आईपीएल 2025 ने न सिर्फ क्रिकेट के मैदान पर रोमांच को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, बल्कि व्यावसायिक और ब्रांड वैल्यू के मोर्चे पर भी ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल कीं। एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन प्रीमियर लीग की कुल आर्थिक वैल्यू में 12.9% की वृद्धि हुई है, जिससे इसकी कीमत लगभग 18.5 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई है। वहीं, लीग की ब्रांड वैल्यू भी 13.8% बढ़कर लगभग 3.9 अरब डॉलर तक पहुँची है।
इस साल बीसीसीआई ने चार सह-प्रायोजक स्लॉट्स — जैसे कि My11Circle, Angel One, RuPay और CEAT — को बेचकर लगभग ₹1,485 करोड़ की आमदनी की, जो कि पिछली बार की तुलना में करीब 25% अधिक है। इसके अलावा, टाटा समूह ने मुख्य प्रायोजक के रूप में 2028 तक का करार करते हुए लगभग ₹2,500 करोड़ (करीब 300 मिलियन अमेरिकी डॉलर) की डील की है
फ्रेंचाइज़ ब्रांड वैल्यू में सबसे बड़ा बदलाव रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के रूप में सामने आया, जिसने 269 मिलियन डॉलर के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। मुंबई इंडियंस (242 मिलियन डॉलर) दूसरे स्थान पर रही जबकि चेन्नई सुपर किंग्स (235 मिलियन डॉलर) तीसरे पर खिसक गई। पंजाब किंग्स और लखनऊ सुपर जायंट्स ने क्रमशः 39.6% और 34% की सालाना वृद्धि दर्ज की।
डिजिटल और टीवी व्यूअरशिप में भी रिकॉर्ड बना। केवल JioHotstar पर उद्घाटन वीकेंड (22–24 मार्च) में 1,370 मिलियन व्यूज और फाइनल मैच में 678 मिलियन व्यूज दर्ज किए गए, जो इस साल के भारत-पाकिस्तान मुकाबले से भी ज्यादा थे। Star Sports पर 253 मिलियन यूनिक टीवी दर्शक जुड़े और कुल देखे गए मिनट्स 49,560 मिलियन तक पहुँचे।
आरसीबी की 17 साल बाद पहली आईपीएल ट्रॉफी जीत के साथ राजत पाटीदार को कप्तान बनाना और विराट कोहली को सीनियर भूमिका देना एक संतुलित रणनीति के रूप में सामने आया। मुंबई इंडियंस में रोहित शर्मा का भूमिका परिवर्तन और चेन्नई की संघर्षशील स्थिति में भी एमएस धोनी की ब्रांड ताकत बनी रही।
कोलकाता नाइट राइडर्स (227 मिलियन डॉलर) चौथे स्थान पर रही, लेकिन श्रेयस अय्यर के जाने से ब्रांड ग्रोथ पर असर पड़ा। सनराइजर्स हैदराबाद (154 मिलियन), दिल्ली कैपिटल्स (152 मिलियन), राजस्थान रॉयल्स (146 मिलियन), गुजरात टाइटंस (142 मिलियन), पंजाब किंग्स (141 मिलियन) और लखनऊ सुपर जायंट्स (122 मिलियन) नीचे के क्रम में रहे।
हूलिहान लोकी के डायरेक्टर हर्ष तलिकोटी ने कहा कि आईपीएल आज एक वैश्विक स्पोर्ट्स मॉडल बन चुका है जो निवेशकों और ब्रांड्स को आकर्षित कर रहा है। डिजिटल पहुंच, युवा दर्शक वर्ग, विविधीकरण और नए आईपी निर्माण के चलते इसका भविष्य बेहद उज्ज्वल है।
पंजाब किंग्स के सीईओ सतीश मेनन के अनुसार, “हम सिर्फ एक क्रिकेट टीम नहीं, बल्कि एक मीडिया-स्पोर्ट ब्रांड की तरह सोचते हैं। यही लॉन्ग टर्म प्रॉफिट का असली रास्ता है।”