मुख्य बातें:
1. विधानसभा चुनाव में मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद: कांग्रेस नेताओं ने राज्य के विधानसभा चुनाव में अपने मजबूत प्रदर्शन के लिए उम्मीद जताई।
2. वरिष्ठ नेताओं द्वारा चर्चा का आयोजन: मल्लिकार्जुन खर्गे के नेतृत्व में बैठक की अध्यक्षता की गई, जिसमें राहुल गांधी, सी. वेणुगोपाल (महासचिव, एआईसीसी) और गुलाम अहमद मीर (प्रदेश प्रभारी) जैसे प्रमुख नेताओं ने भाग लिया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य झारखंड में चुनावी रणनीतियों को समझाना और विजय के लिए समर्पित स्ट्रेटेजी तैयार करना था।
3. राज्य के मंत्रियों और कार्यकारी अध्यक्षों का सम्मिलन: इस बैठक में राज्य के मंत्रियों, कार्यकारी अध्यक्षों सहित लगभग 25 पार्टी के नेता शामिल हुए। इससे स्पष्ट हुआ कि पार्टी ने चुनावी रणनीतियों को लेकर सामूहिक दृष्टिकोण बनाने और संगठन को सशक्त बनाने के लिए कठोर प्रयास किए हैं।
4. पूर्व के चुनावी लाभ: हाल के लोकसभा चुनाव के परिणामों को ध्यान में रखते हुए, कांग्रेस ने झारखंड में दो सीटों की जीत हासिल की, जबकि उसका सहयोगी झारखंड मुक्ति मोर्चा तीन सीटों पर विजयी रही। विपक्षी गठबंधन (जिसमें बीजेपी और आजसू पार्टी शामिल हैं) ने कुल 14 सीटों में से 9 सीटें जीती।
दिल्ली में यह बैठक कांग्रेस की झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ राज्य-विशेष चुनावी रणनीतियों को अनुकूलित करने का महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य झारखंड में पुनर्विजय प्राप्त करना है।