पहली बार परेड में महिलाओं को विशेष प्रतिनिधित्व
'विकसित भारत' और 'भारत लोकतंत्र की मातृका' के विषय को ध्यान में रखते हुए पहली बार परेड में महिलाओं को विशेष प्रतिनिधित्व दिया गया हैं। इस बार महिलाओं का कर्तव्य पथ (Kartavya Path) पर बेहतर प्रदर्शन देखने को मिलेगा। 26 जनवरी को महिला मार्चिंग टुकड़ियां परेड का प्रमुख हिस्सा होंगी। इसमें विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों समेत केंद्रीय मंत्रालयों के साथ संगठनों की अधिकांश झांकियां प्रदर्शित होगी।
महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी परेड में कर्तव्य पथ पर मार्च
देश में पहली बार 100 महिला कलाकार भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाते हुए परेड का शुभारंभ करेंगी। परेड की शुरुआत महिला कलाकारों द्वारा बजाए जाने वाले शंख, नादस्वरम, नगाड़ा आदि के संगीत से होगी। पहली बार महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी परेड में कर्तव्य पथ पर मार्च करेगी। महिलाकर्मी केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल के दस्ते में शामिल होंगी।
फ्रांस के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि
26 जनवरी गणतंत्र दिवस की परेड में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन इस बार मुख्य अतिथि होंगे। फ्रांस का 95 सदस्यीय मार्चिंग दस्ता और 33 सदस्यीय बैंड इस बार प्रतिभाग लेकर अपना प्रदर्शन दिखाएगा। फ़्रांस का वायु सेना के एक मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट (एमआरटीटी) विमान, फ्लाई-पास्ट में भारतीय वायु सेना के विमन, 2 राफेल विमान परेड में आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
गणतंत्र दिवस की परेड देखने के लिए लगभग 13,000 विशेष अतिथियों को न्यौता भेजा गया हैं। विशेष अतिथियों को कर्तव्य पथ पर प्रमुखता से स्थान दिया जाएगा। इन विशेष अतिथियों में विभिन्न क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले व्यक्ति और सरकार की विभिन्न योजनाओं का सर्वोत्तम उपयोग करने वाले लोग शामिल हैं।