बिहार भाजपा ने प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता रहे सुशील कुमार मोदी का जयंती समारोह भव्य तरीके से मनाने का निर्णय लिया है। स्व. सुशील कुमार मोदी स्मृति शोध संस्थान द्वारा पांच जनवरी को पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी जयंती मनाई जाएगी। इसे लेकर एक समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
इस समारोह के संयोजक संजय गुप्ता ने बताया कि समारोह को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। इसे लेकर आज एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय सरावगी भी शामिल हुए। इस बैठक में मंत्री मंगल पांडेय, विधायक मनोज शर्मा, प्रदेश महामंत्री राजेश वर्मा, लाजवंती झा, प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल, सुरेश रूंगटा सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी की जयंती पर यह विशेष समारोह होगा। इस स्मृति समारोह का उद्देश्य उनके विराट व्यक्तित्व, राष्ट्र और राज्य के प्रति उनके अमूल्य योगदान तथा जनसेवा के प्रति उनके अटूट समर्पण को श्रद्धापूर्वक याद करना है। सुशील मोदी जी ने अपने जीवनकाल में जो आदर्श स्थापित किए, वे आज भी हमें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। इस समारोह में उनके जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर एक सार्थक विमर्श करेंगे और उनके सपनों को साकार करने का संकल्प लिया जाएगा।
पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी के जयंती के मौके पर प्रखंड और जिला स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा और उनके कृत्य और व्यक्तित्व को स्मरण किया जाएगा।
सुशील कुमार मोदी: बिहार राजनीति के प्रमुख स्तंभ
सुशील कुमार मोदी (1952–2024) भारतीय जनता पार्टी के एक कद्दावर नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री थे। पटना में जन्मे सुशील मोदी की शिक्षा सेंट माइकल स्कूल और बी.एन. कॉलेज से हुई। उन्होंने छात्र जीवन में ही जयप्रकाश नारायण के आंदोलन से प्रभावित होकर अपनी स्नातकोत्तर की पढ़ाई छोड़ दी और सक्रिय राजनीति व समाज सेवा में कूद पड़े। बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े होने के कारण उनमें सेवा भाव और अनुशासन कूट-कूट कर भरा था, जिसके चलते 1962 के युद्ध के दौरान उन्होंने सिविल डिफेंस कमांडेंट के रूप में भी कार्य किया।
उनका राजनैतिक सफर 1990 में पटना मध्य विधानसभा क्षेत्र से जीत के साथ शुरू हुआ। वे एक कुशल प्रशासक और वित्त मामलों के जानकार माने जाते थे, जिन्होंने लंबे समय तक बिहार के वित्त मंत्री और उपमुख्यमंत्री के रूप में राज्य की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी। सुशील मोदी ने चारा घोटाले को उजागर करने और 2017 में बिहार की राजनीति के समीकरण बदलने में निर्णायक भूमिका निभाई थी। अपने व्यक्तिगत जीवन में उन्होंने जेसी जॉर्ज से विवाह किया और उनके दो पुत्र, उत्कर्ष और अक्षय हैं। वे न केवल एक राजनेता थे, बल्कि बिहार भाजपा के एक ऐसे मार्गदर्शक थे जिन्होंने विपक्ष से लेकर सत्ता तक अपनी एक अमिट छाप छोड़ी।