
लंदन में हुए एक विशेष समारोह में, भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में से एक, महेंद्र सिंह धोनी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। इस प्रतिष्ठित सूची में धोनी उन 7 नए खिलाड़ियों (पांच पुरुष और दो महिला) में से एक हैं जिन्हें 115 खिलाड़ियों की कुल सूची में जगह मिली है।
आईसीसी की सराहना: धोनी का करियर एक प्रेरणा
आईसीसी ने महेंद्र सिंह धोनी के शानदार क्रिकेट करियर की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके 17,266 अंतरराष्ट्रीय रन, 829 शिकार (विकेटकीपिंग में डिस्मिसल) और 538 मैचों का अनुभव केवल उनकी अद्भुत प्रतिभा को ही नहीं, बल्कि उनकी दृढ़ता, उत्कृष्ट शारीरिक क्षमता और लंबे खेल जीवन को भी दर्शाता है। आईसीसी ने धोनी के नेतृत्व कौशल की भी सराहना की। उन्होंने बताया कि 2007 में जब भारत वनडे विश्व कप से जल्दी बाहर हो गया था, तब मुश्किल परिस्थितियों में धोनी को टी20 विश्व कप के लिए कप्तान बनाया गया। उस युवा टीम में रोहित शर्मा, आरपी सिंह, दिनेश कार्तिक और रॉबिन उथप्पा जैसे नए चेहरे थे। धोनी ने इन खिलाड़ियों में जबरदस्त आत्मविश्वास भरा और भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता।
धोनी अब तक के एकमात्र भारतीय कप्तान हैं जिन्होंने भारत को तीनों आईसीसी ट्रॉफी – 2007 टी20 विश्व कप, 2011 वनडे विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी – जिताई हैं। उनके नेतृत्व में भारत टेस्ट क्रिकेट में भी नंबर-1 टीम बना। उन्होंने 15 अगस्त 2020 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया, लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अभी भी सक्रिय हैं।
2025 के लिए सात नए दिग्गज - आईसीसी हॉल ऑफ फेम 2025 की सूची में कुल सात खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। पुरुष वर्ग में दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला, भारत के महेंद्र सिंह धोनी, ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन, दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ और न्यूजीलैंड के डेनियल विटोरी शामिल हैं। वहीं, महिला क्रिकेटरों में पाकिस्तान की सना मीर और इंग्लैंड की सारा टेलर को यह सम्मान मिला है।
महेंद्र सिंह धोनी आईसीसी हॉल ऑफ फेम में यह सम्मान पाने वाले 11वें भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे पहले क्रिकेट जगत की कई हस्तियों को यह गौरव प्राप्त हो चुका है। इस सूची में नीतू डेविड, वीरेंद्र सहवाग, डियाना एडुल्जी, विनोद मांकड़, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, कपिल देव, बिशन सिंह बेदी, और सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज शामिल हैं। यह भी उल्लेखनीय है कि सुनील गावस्कर और बिशन सिंह बेदी भारत से आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले शुरुआती और सबसे उम्रदराज खिलाड़ियों में से थे, जिन्हें यह सम्मान 2009 में मिला था।
आईपीएल में भी रिकॉर्डतोड़ कप्तानी
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी सफलता के अलावा, धोनी ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) और चैंपियंस लीग टी20 में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को भी गौरव दिलाया है। उन्होंने सीएसके को 2010, 2011, 2018, 2021 और 2023 में पांच आईपीएल खिताब दिलाए हैं। धोनी की कप्तानी में सीएसके ने 2010 और 2014 में चैम्पियंस लीग टी20 का खिताब जीता। 2016 से 2017 में सीएसके के निलंबित होने पर वह राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के लिए खेले थे। आईपीएल 2025 में भी उन्होंने टीम की कमान संभाली, जब ऋतुराज गायकवाड़ अनुपस्थित थे। धोनी का आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होना उनके शानदार करियर और क्रिकेट में उनके अमूल्य योगदान का एक उचित सम्मान है।आईपीएल 2025 में भी उन्होंने टीम की कमान।