प्रवीण पाठक को टिकट मिलते ही उठने लगे विरोध के स्वर!
देश के साथ साथ मध्य प्रदेश में इस समय लोकसभा चुनाव (lok sabha election 2024) की सरगर्मी बढ़ती जा रही है। कांग्रेस ने प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की बाकी की शेष 3 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए। लेकिन उम्मीदवार घोषित होने के बाद से ही विरोध के स्वर भी देखे जा रहे हैं।
खुद टिकट के प्रबल दावेदार थे देवेंद्र शर्मा
ग्वालियर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व विधायक प्रवीण पाठक के नाम पर मोहर लगने के बाद, ग्वालियर के शहर जिलाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा (City District President devendra sharma) की नाराजगी सामने आई। शहर जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा (devendra sharma) ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा था कि पार्टी ने ‘प्रवीण पाठक’ को टिकट दिया है, “इसलिए वे पार्टी के लिए काम नहीं करने पर विचार कर रहे हैं”।
“प्रवीण पाठक” का नाम लिए बगैर कहा, कांग्रेस को जीताना है।
यह पहला मौका नहीं है कि कांग्रेस में आंतरिक गुटबाजी सामने नहीं आई हो। जानकारों के मुताबिक भरी सभा में कांग्रेस जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा को लोकसभा का टिकट नहीं मिलने पर अपनी पीड़ा सबके सामने रखी। हालांकि उन्होने कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को जिताने की अपील करी।
गौरतलब है कि प्रवीण पाठक के साथ कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा भी टिकट के मजबूत दावेदारों में से एक थे। लेकिन कांग्रेस भवन में हुई लोकसभा की बैठक में कार्यकर्ताओं के सामने उन्होंने टिकट नहीं मिलने पर दर्द बयां किया। लंबे समय से ग्वालियर लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के ऐलान का इंतजार किया जा रहा था। जब पार्टी ने प्रवीण पाठक को प्रत्याशी बनाया तो अंतर्कलह की बातें भी सामने आने लगी।