
पश्चिमी बंगाल (West Bengal) में कुल 42 लोकसभा सीटें हैं । वर्तमान समय में एआईटीसी के पास 22 , भाजपा के पास 18 , कांग्रेस के पास 2 सीटें हैं ।
कांग्रेस (INC) आलाकमान बंगाल राज्य की 12 लोस सीटों को लेकर सीएम ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) की पार्टी के साथ बातचीत करने के पक्ष में हैं । जबकि अधीर रंजन (Adhir Ranjan Chaudhary) कुछ ऐसी सीटों को लेकर वाममोर्चा के साथ अथवा अकेले लड़ने के पक्ष में नजर आ रहे हैं जिन पर कांग्रेस (INC) आलाकमान का झुकाव तृणमूल कांग्रेस (TMC) की तरफ दिख रहा हैं ।
तृणमूल कांग्रेस राज्य में कांग्रेस को केवल दो सीटें देने के पक्ष में हैं जबकि कांग्रेस के पास पहले से ही दो सीटें हैं । बरहाम्पुर, मालदा दक्षिण लोकसभा सीट मुस्लिम बाहुल्य सीटें हैं । दोनों पर ही कांग्रेस मजबूत स्थिति में हैं ।
कांग्रेस (INC) और सीपीआई –एम (CPI(M)) ने दक्षिण 24 परगना जिले की डायमंड हार्बर सीट से चुनाव लड़ने के बजाएं आल इंडिया सेक्युलर फ्रंट (ISF) के संभावित उम्मीदवार नौशाद सिद्दीकी (Nawsad Siddique) को समर्थन देने का निर्णय लिया हैं , इससे डायमंड हार्बर सीट के वर्तमान सांसद अभिषेक बनर्जी (तृणमूल कांग्रेस) (TMC MP Abhishek Banerjee) को कड़ी चुनौती मिल सकती हैं ।
सीपीआई –एम (CPI(M)) के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम (Mohammed Salim) ने कुछ समय पहले ही संकेत देकर कहा था कि कांग्रेस को दोनों में से किसी एक को चुनना होगा। 2021 के विधानसभा चुनाव में सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे का कांग्रेस व आल इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के साथ गठबंधन था।
दक्षिण 24 परगना के कार्यक्रम में सीएम ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने भाजपा और लेफ्ट पार्टी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ने की बात कहीं। I.N.D.I.A गठबंधन गठबंधन के तहत सीटों के बंटवारे को लेकर पश्चिमी बंगाल में काफी जद्दोजेहद की स्थिति हैं। सीपीआई –एम (CPI(M)) हमेशा से ही भाजपा (BJP) के खिलाफ लड़ते रहे हैं पर आईएनडीए गठबंधन के समर्थन में हैं। तृणमूल कांग्रेस और सीपीआई (एम) दोनों ही दल विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. का हिस्सा हैं ।
पश्चिमी बंगाल में राशन घोटाले (Ration Scam) को लेकर ईडी छापेमारी कर रही हैं । उत्तर 24 परगना जिले में छापेमारी के दौरान ईडी (ED) पर हमला हुआ था । ईडी अधिकारियों पर हमले के बाद ईडी ने तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख (TMC Leader Sheikh Shahjahan) के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया । इस मामले को लेकर अधीर रंजन ने राज्य सरकार के खिलाफ बयान दिया था ।
अभी राज्य में कांग्रेस , तृणमूल कांग्रेस के नेताओं में एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी जारी हैं । राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार तृणमूल कांग्रेस यदि 12 के बजाएं 5 - 6 सीटें कांग्रेस को देने के लिए तैयार हो जाएं तो भी कांग्रेस राज्य में गठबंधन कर चुनाव लड़ने के लिए समर्थन दे सकती हैं । I.N.D.I.A गठबंधन के तहत कांग्रेस अभी सीएम ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) की अनदेखी नहीं कर माहौल को ख़राब नहीं करना चाहती , क्योकि पश्चिमी बंगाल (West Bengal) में बाहरी दलों के नेताओं को जनता जल्दी से समर्थन नहीं देती और ममता बनर्जी के कारण तृणमूल कांग्रेस राज्य की सबसे मजबूत जनाधार वाली पार्टी बन चुकी हैं ।
I.N.D.I.A गठबंधन के अंतर्गत कांग्रेस की पश्चिमी बंगाल में सीपीआई –एम (CPI (M)) , तृणमूल कांग्रेस (TMC) के साथ सीटों को लेकर रणनीति जल्द ही स्पष्ट होने की उम्मीद हैं ।