दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी मर्लेना 21 सितंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने राष्ट्रपति और गृह मंत्रालय को इस तिथि का प्रस्ताव भेजा है। अरविंद केजरीवाल ने 15 सितंबर (रविवार) को इस्तीफे का एलान किया था और 17 सितंबर (मंगलवार) को उपराज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा। इसके बाद, आतिशी ने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया।
आतिशी, जिनका पूरा नाम आतिशी मार्लेना है, एक शिक्षित और सक्रिय नेता हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए की थी। उनके पास दिल्ली सरकार में 14 विभागों की ज़िम्मेदारी है, जिसमें वित्त, शिक्षा और बिजली जैसे महत्वपूर्ण विभाग शामिल हैं। आतिशी का राजनीतिक सफर 2013 में आम आदमी पार्टी के गठन के साथ शुरू हुआ, जब उन्होंने पहली बार चुनावी राजनीति में कदम रखा। उनकी स्पष्ट सोच, प्रतिबद्धता और जनता के साथ जुड़ाव ने उन्हें पार्टी में एक प्रमुख नेता बना दिया।
आतिशी के सामने कई चुनौतियाँ होंगी। दिल्ली में शिक्षा, स्वास्थ्य, जल और बिजली जैसे मुद्दे लगातार चर्चा में हैं। खासकर, पिछले कुछ वर्षों में शहर में बढ़ते प्रदूषण और जल संकट ने आम जनता के जीवन पर गहरा असर डाला है। आतिशी के लिए आवश्यक होगा कि वह अपने कार्यकाल के दौरान इन समस्याओं का समाधान करने के लिए ठोस नीतियाँ और योजनाएँ पेश करें।
इसके अलावा, केंद्र और राज्य सरकार के बीच संबंधों को बेहतर बनाना भी उनके लिए एक चुनौती होगी। दिल्ली के प्रशासनिक ढांचे में विभिन्न प्रकार के विवाद और असहमति अक्सर देखने को मिलती हैं, और ऐसे में आतिशी को सभी के साथ सामंजस्य बनाकर चलने की आवश्यकता होगी। उनका नेतृत्व इस बात का संकेत है कि दिल्ली में राजनीतिक बदलाव की आवश्यकता है, और यह नए दृष्टिकोण और दृष्टि के साथ हो सकता है।