दिल्ली में हाल ही में हुए राजेंद्र नगर के यूपीएससी कोचिंग सेंटर में तीन छात्रों की मौत के बाद दिल्ली नगर निगम (MCD) ने महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए बेसमेंट में चल रहे 20 कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया है। यह कार्रवाई सुरक्षा मानकों के उल्लंघन और जान-माल के खतरे को ध्यान में रखते हुए की गई है।
हादसे के बाद से स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने जांच शुरू की, जिसमें पाया गया कि कई कोचिंग सेंटर बिना आवश्यक अनुमति और सुरक्षा उपायों के चलाए जा रहे थे। MCD ने तुरंत कार्यवाही करते हुए इन सेंटरों को बंद कर दिया, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके। इस कदम से शहर भर में सुरक्षा मानकों को लेकर जागरूकता बढ़ने की उम्मीद है और कोचिंग संस्थानों को भी यह स्पष्ट संदेश मिला है कि वे नियमों का पालन करें। नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
एमसीडी कमिश्नर ने की कार्रवाई
एमसीडी कमिश्नर अश्विनी कुमार ने कहा 'हमने पाया है कि कई बेसमेंट बिना उचित सुरक्षा मानकों के उपयोग किए जा रहे हैं, जो कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है। इस वजह से हमने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में सीलिंग अभियान शुरू किया है'। उन्होंने आगे बताया कि यह अभियान केवल कोचिंग सेंटरों तक सीमित नहीं रहेगा। इसके तहत उन सभी स्थानों को भी चिह्नित किया जाएगा जहां बेसमेंट का उपयोग नियमों के खिलाफ किया जा रहा है।
दृष्टि कोचिंग सेंटर सील
दिल्ली राजेंद्र नगर में यूपीएससी कोचिंग सेंटर की घटना के बाद दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने अहम कदम उठाते हुए दृष्टि कोचिंग सेंटर को सील कर दिया है। यह कार्रवाई सुरक्षा मानकों के उल्लंघन और बेसमेंट में अवैध गतिविधियों के चलते की गई है। एमसीडी अधिकारियों ने बताया कि दृष्टि कोचिंग सेंटर के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सुरक्षा नियमों और निर्माण मानकों का उल्लंघन किया गया है।