दरअसल लोकसभा चुनाव 2024 (lok sabha election 2024) के नतीजों के बाद सदन में नई सरकार का पूर्ण बजट रखे जाने का प्रावधान है। इससे पहले एक फरवरी 2024 को केंद्र सरकार (Central government) ने 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश किया था। जिसका बजट 44.90 लाख करोड़ रुपए का था। जिसमें 11.11 लाख करोड़ रुपए कैपिटल एक्सपेंडिचर (capital expenditure) के तौर पर रखे गये थे।
कुल बजट 1.3 लाख करोड़ रुपए रहने की संभावना
विशेषज्ञों के मुताबिक इस बार के बजट में अलग अलग योजनाओं के लिए इजाफा हो सकता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister) ने अंतरिम बजट में राज्यों को (capital expenditure) के लिए 50 साल के ब्याज मुक्त लोन योजना इस साल भी जारी रहने का ऐलान किया था। जिसके लिए कुल बजट 1.3 लाख करोड़ रुपए रहने की संभावना है।
फरवरी के बजट में नहीं हुआ था बड़ी योजना का एलान
मोदी सरकार (Modi government) के तीसरे कार्यकाल के पहले यूनियन बजट (union budget) पर अर्थशास्त्रियों से लेकर बड़ी-बड़ी कंपनियों और निवेशकों की नजर है। इस बजट से सरकार की इकोनॉमिक पॉलिसी (economic policy) की दिशा का पता चलेगा। अप्रैल-जून में हुए लोकसभा चुनावों के कारण अंतरिम बजट (interim budget) फरवरी में पेश किया गया था। इसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister) ने किसी बड़ी योजना का एलान नहीं किया था। टैक्स से जुड़ी भी कोई खास राहत नहीं मिली थी। ऐसे में इस बार टैक्सपेयर्स (taxpayers) को बजट से बड़ी उम्मीदें हैं।