
प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी को त्रिनिदाद एंड टोबैगो की सरकार ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो’ से सम्मानित किया है। यह न केवल प्रधानमंत्री मोदी को मिला 25वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है, बल्कि यह किसी विदेशी नेता को पहली बार मिला यह पुरस्कार भी है।
त्रिनिदाद की दो दिवसीय ऐतिहासिक यात्रा के दौरान यह सम्मान प्रधानमंत्री को प्रदान किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने इसे 140 करोड़ भारतीयों का साझा सम्मान बताते हुए कहा कि यह पुरस्कार भारत और त्रिनिदाद एंड टोबैगो के बीच शाश्वत मित्रता का प्रतीक है।
यह सम्मान उनकी वैश्विक नेतृत्व क्षमता, भारतीय प्रवासी समुदाय के साथ जुड़ाव, और कोविड-19 महामारी के दौरान किए गए मानवीय प्रयासों के लिए प्रदान किया गया। इससे पहले घाना, रूस, अमेरिका, यूएई, भूटान, सऊदी अरब सहित 24 देशों से मोदी को सम्मान मिल चुके हैं।
इस पुरस्कार को पाने वालों में नोबेल विजेता डेरेक वॉलकॉट, लेखक वी.एस. नायपॉल, क्रिकेट दिग्गज ब्रायन लारा, और पूर्व राष्ट्रपतियों जैसे एलिस क्लार्क और एरिक विलियम्स शामिल रहे हैं। अब इस सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी दर्ज हो गया है।
यह प्रधानमंत्री मोदी की त्रिनिदाद की बतौर प्रधानमंत्री पहली यात्रा थी, और 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है। त्रिनिदाद की प्रधानमंत्री कमला बिसेसर की जड़ें बिहार से जुड़ी हुई हैं, जिसे लेकर भी पीएम मोदी ने विशेष आत्मीयता जताई।
यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष अधिकतम पांच व्यक्तियों को ही दिया जाता है और यह केवल गोल्ड संस्करण में प्रदान किया जाता है। किसी देश, संस्कृति और कूटनीति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए यह सम्मान मरणोपरांत भी दिया जा सकता है।
इस उपलब्धि के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने फिर एक बार यह सिद्ध कर दिया है कि वे केवल भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के मंच पर एक प्रभावशाली नेता के रूप में स्थापित हो चुके हैं।