
1 जुलाई का दिन इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए जाना जाता है, जिन्होंने भारत और दुनिया के परिदृश्य को आकार दिया। यह दिन डाक सेवाओं के विस्तार, वित्तीय सुधारों और राष्ट्रों के उदय से लेकर मानवीय संकट और तकनीकी क्रांति तक, विविध आयामों को समेटे हुए है। भारत में यह दिन कई प्रमुख संस्थानों की स्थापना और ऐतिहासिक आर्थिक सुधारों का प्रतीक है, वहीं वैश्विक स्तर पर इसने महत्वपूर्ण संधियों, स्वतंत्रता संग्रामों और तकनीकी नवाचारों को देखा है।
भारत में 1 जुलाई का महत्व
यह दिन भारत में संचार, बैंकिंग, कानून और शासन में कई मील के पत्थर स्थापित करने के लिए जाना जाता है। 1852 में 'सिंध डाक' की शुरुआत हुई, और 1879 में पोस्टकार्ड का चलन शुरू हुआ। 1862 में कलकत्ता उच्च न्यायालय का उद्घाटन हुआ। 1955 में इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में बदला गया, जिसे SBI दिवस के रूप में मनाया जाता है। 1964 में भारतीय औद्योगिक विकास बैंक (IDBI) की स्थापना हुई। 1975 में इंदिरा गांधी ने 20 सूत्री कार्यक्रम की घोषणा की। 2017 में वस्तु एवं सेवा कर (GST) प्रणाली लागू हुई, जिसे GST दिवस के रूप में मनाया जाता है। 1997 में कलकत्ता में भारत की पहली साइंस सिटी खोली गई। यह दिन राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस (डॉ. बिधान चंद्र रॉय की जयंती/पुण्यतिथि) और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
वैश्विक पटल पर 1 जुलाई की प्रमुख घटनाएं
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 1 जुलाई की तारीख ने कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक मोड़ देखे हैं। 1867 में कनाडा को स्व-शासित राज्य का दर्जा मिला, जिसे कनाडा दिवस के रूप में मनाया जाता है। 1916 में प्रथम विश्व युद्ध की सोम्मे की लड़ाई शुरू हुई। 1921 में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) की स्थापना हुई। 1968 में परमाणु अप्रसार संधि (NPT) पर हस्ताक्षर हुए। 1979 में सोनी वॉकमैन की बिक्री शुरू हुई, जिसने संगीत सुनने के तरीके को बदल दिया। 1997 में हांगकांग आधिकारिक तौर पर चीन के अधीन आ गया, जिससे 156 साल का ब्रिटिश शासन समाप्त हुआ। 2002 में अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) की स्थापना हुई।
1 जुलाई का दिन, चाहे भारत हो या विश्व, कई महत्वपूर्ण परिवर्तनों और स्मरणीय घटनाओं का साक्षी रहा है।