Latest

दिल्ली में इंडिया टूरिज़्म का तीज महोत्सव

28 जुलाई को राजधानी दिल्ली में लोकसंस्कृति, महिला परंपराओं और भारतीय विरासत का उत्सव।

पर्यटन मंत्रालय के अंतर्गत इंडिया टूरिज्म दिल्ली ने 28 जुलाई 2025 को नई दिल्ली स्थित अपने कार्यालय (88 जनपथ) में पारंपरिक तीज महोत्सव के भव्य आयोजन की घोषणा की है। यह उत्सव भारत की सांस्कृतिक विविधता, खासकर उत्तर भारत की लोक परंपराओं, रीति-रिवाजों और पारंपरिक उत्सवों को प्रदर्शित करने की दिशा में एक अहम कदम है। तीज महोत्सव का आयोजन देवी पार्वती और भगवान शिव के पुनर्मिलन की स्मृति में होता है और यह विशेष रूप से महिलाओं द्वारा उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार मानसून के आगमन का भी प्रतीक है और इसमें हरियाली, साज-सज्जा, पारंपरिक वेशभूषा, झूले, मेंहदी, चूड़ियां, लोक संगीत और स्वादिष्ट व्यंजन प्रमुख भूमिका निभाते हैं।

इस वर्ष इंडिया टूरिज्म दिल्ली द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में राजस्थान के पारंपरिक तीज लोक नृत्य प्रस्तुत किए जाएंगे। साथ ही पारंपरिक चूड़ियों के स्टॉल, मेंहदी लगाने की जगह, उत्तर भारतीय भोजन, और तीज के उत्सवी रंगों से सजी सजावट भी आकर्षण का केंद्र रहेंगी। यह आयोजन न केवल दिल्लीवासियों के लिए बल्कि भारत भ्रमण पर आए अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के लिए भी खुला रहेगा, जिससे भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित किया जा सकेगा।

इस महोत्सव में पर्यटन मंत्रालय के साथ-साथ विभिन्न राज्य पर्यटन बोर्ड, टूर ऑपरेटर, होटल व्यवसायी, गाइड, टिकट एजेंट और अन्य पर्यटन हितधारकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। यह आयोजन सिर्फ एक उत्सव से कहीं बढ़कर है; इसका उद्देश्य सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, भारतीय परंपराओं की सुंदरता को विश्व मंच पर प्रदर्शित करना, और स्थानीय कलाकारों व कारीगरों को एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करना है। यह पहल भारत की सांस्कृतिक कूटनीति को सशक्त करने और घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण प्रयास मानी जा रही है।

Messi Mania to Sweep India:‘The GOAT Tour’ Scheduled for Dec 13-15

यूपी भाजपा में जल्द होगा 17वें प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

Putin's India Tour: A New Chapter in Bilateral Relations

'19-Country Pause'—A New Era of Immigration Uncertainty

H-1B Vetting Wall—An Existential Threat to Tech Talent