गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का हालिया दिल्ली दौरा राज्य के औद्योगिक विकास और राजनीतिक गतिविधियों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। इस दौरे के दौरान उन्होंने वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस के प्रमोशन के लिए देश के प्रमुख उद्योगपतियों, औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारियों और विदेशी राजनयिकों के साथ मुलाकात की। इस अवसर पर आयोजित रोड शो में उन्होंने वाइब्रेंट समिट को गुजरात को देश का ग्रोथ इंजन बनाने वाला मंच करार दिया। निवेशकों को पीएम मित्र पार्क, बल्क ड्रग पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क, गिफ्ट सिटी, धोलेरा एसआईआर और ग्रीन एनर्जी जैसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट्स की जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री ने आगामी रीजनल कॉन्फ्रेंस और ट्रेड-शो के माध्यम से निवेश की नई संभावनाओं को खोलने की बात कही, जो गुजरात को आर्थिक विकास के नए आयाम तक ले जा सकता है।
दिल्ली प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की, जो पिछले एक माह में उनकी तीसरी बैठक थी। यह मुलाकात ऐसे समय हुई जब भाजपा अध्यक्ष सी.आर. पाटिल ने गुजरात में मंत्रिमंडल विस्तार और संगठनात्मक फेरबदल की संभावना जताई थी। राजनीतिक हलकों में इस मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह राज्य की भावी राजनीतिक रणनीति और नेतृत्व परिवर्तन के संकेत दे सकती है। बैठक में मुख्यमंत्री ने जीएसटी में की गई कमी के लिए प्रधानमंत्री की सराहना की, जो आर्थिक राहत और औद्योगिक प्रगति को बढ़ावा देने वाला कदम माना जा रहा है।
इस दौरे से स्पष्ट है कि भूपेंद्र पटेल न केवल गुजरात के औद्योगिक विकास को गति देने के लिए प्रयासरत हैं, बल्कि राजनीतिक स्थिरता और संगठनात्मक मजबूती के लिए भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। आने वाले दिनों में इन मुलाकातों के परिणाम राज्य की नीतियों और नेतृत्व संरचना पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं।